संक्षिप्त परिचय:
सुलभ जायसवाल 'सतरंगी' का जन्म अररिया, बिहार में हुआ.
शिक्षा: कंप्यूटर साइंस में स्नातक पेशे से सूचना प्रोधोगिकी विशेषज्ञ निजी क्षेत्र दिल्ली में कार्यरत हैं.बचपन से कवितायेँ लेखन का शौक रहा. कॉलेज के दिनों में स्थानीय समाचार पत्रों और विभिन्न पत्रिकाओं में लिखते छपते रहे हैं. उभरते ग़ज़लकार हैं, कवितायें, क्षणिकाएं और हास्य व्यंग्य लेखक के रूप में सराहे गए. सक्रिय ब्लोगर हैं. हिंदी ऊर्दू साहित्य विकास के प्रति समर्पण का भाव है. शैक्षणिक एवं सामजिक गतिविधियों में हाथ बंटाना अच्छा लगता है.
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उत्तर से लेकर दक्षिण तक
पूरब से लेकर पश्चिम तक
भिन्न भिन्न लोग हैं, मौसम है और
बहुत सी संस्कृति है.
विविधताओं से भरी अपने देश की धरती है.
फिर राजनीत के क्यूँ एक जैसे रंग
सबके इरादे नेक हैं.
जमकर खाइए,
उनकी नीति एक है.
जब भी देश में कोई आपदा आई है
राहत के नाम पर हमारे नेताओं, अफसरों ने
अपनी जेबों में चांदी उगाई है.
न्याय के लिए तरसते
गरीब रहे सदा भूखे.
चाहे बिहार में आई हो बाढ़
या गुजरात में पड़े सूखे !!
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